सांसें हो रहीं कम, आओ पौधे लगाएं हम

मेजर ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम परिसर में हुआ पौधरोपण खेलपथ प्रतिनिधि भोपाल। हरियाली बढ़ाने एवं स्वच्छ पर्यावरण के लिए पौधों की शत-प्रतिशत जीवितता की अवधारणा के साथ संभाग आयुक्त कवीन्द्र कियावत ने मेजर ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम परिसर में पौधरोपण कर हरियाली सप्ताह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर एडीजी उपेंद्र जैन, संचालक खेल और युवा कल्याण पवन कुमार .......

हारुन रशीद के रूप में ताजनगरी को मिला आवाज का नया जादूगर

दिव्यांग क्रिकेट की आन-बान-शान हैं हारुन भाई श्रीप्रकाश शुक्ला आगरा। हारुन रशीद का नाम जुबां पर आते ही मेरे दिलो-दिमाग में एक ऐसी शख्सियत की कार्यशैली छा जाती है जिसने सोते-जगते सिर्फ दिव्यांग क्रिकेटरों की बेहतरी के ही सपने देखे हैं। कहने को हमारे देश में दिव्यांग क्रिकेटरों के कई माई-बाप हैं लेकिन जो बात मैंने हारुन रशीद में देखी है, उ.......

राष्ट्रीय खेल गान

राष्ट्रीय खेल गान हाकी मेरी शान, क्रिकेट मेरी पहचान शतरंज का हूं विश्व विजेता, सबको दे दूं ज्ञान भारत मेरा महान, मेरा प्यारा हिन्दुस्तान। बिलियर्ड्स, स्नूकर विश्व चैम्पियन, बाक्सिंग में तूफान जिमनास्टिक, वेटलिफ्टिंग और गोल्फ में मिला मान कुश्ती, शूटिंग दुनिया जीती, फुटबाल में सम्मान जोश है मेरा जवान, मेरा प्यारा हिन्दुस्तान। पैरा ओलम्पिक में हमने मार दिया मैदान बैडमिंटन, टेनिस, तीरंदाजी .......

पुश-अप्स के माध्यम से दे रहे स्वस्थ रहने की प्रेरणा

अनूप जखमोला और ललित नेगी का सराहनीय प्रयास खेलपथ प्रतिनिधि देहरादून। कोरोना संक्रमण ने जहां इंसान की जिन्दगी को घरों में कैद कर रखा है वहीं वे अनचाही बीमारियों का भी शिकार हो रहे हैं। इस चिन्ताजनक स्थिति से जनमानस को उबारने के लिए उत्तराखण्ड के अनूप जखमोला और ललित नेगी पुश-अप्स के माध्यम से लोगों को स्वस्थ रहने का संदेश दे रहे हैं। संकट .......

उम्मीद जगाती मध्य प्रदेश की खिलाड़ी बेटियां

सरकार तथा समाज से और प्रोत्साहन की दरकार श्रीप्रकाश शुक्ला खेलों में मध्य प्रदेश बदल रहा है। बदलाव के इस दौर में हमारी खिलाड़ी बेटियां भी किसी से कम नहीं हैं। मध्य प्रदेश की खिलाड़ी बेटियां राष्ट्रीय फलक ही नहीं अंतरराष्ट्रीय खेल मंचों पर भी अपने पराक्रम का जोरदार आगाज कर रही हैं। कल तक जो खेल सिर्फ और सिर्फ पुरुष खिलाड़ियों की चहलकदमी के लिए जाने जाते थे उनमे.......

‘खेलो इंडिया’ के कुछ आयोजन कालका में भी हों

स्टेडियम का निर्माण कार्य पूरा करने की भी मांग खेलपथ संवाद पिंजौर। अप्रैल 2015 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कालका राजकीय काॅलेज ग्राउंड को स्टेडियम बनाने की घोषणा की थी लेकिन 5 वर्ष से अधिक समय बीतने के बावजूद स्टेडियम निर्माण का कार्य अधूरा पड़ा है। केन्द्र सरकार ने आगामी वर्ष खेलो इंडिया यूथ गेम्स पंचकूला में करवाने की घोषणा की है ऐसे में कालकावासियों ने टूर्नामेंट में कालका शहर की भी भागीदारी सुनिश्चत करने की मांग की है। .......

अब लखनऊ में होंगे अंतरराष्ट्रीय फुटबाल मुकाबले

तैयार हो रहा खूबसूरत मैदान, अंतरराष्ट्रीय फुटबाल अकादमी भी खुलेगी खेलपथ प्रतिनिधि लखनऊ। अब लखनऊ में भी फुटबाल के राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय फुटबाल आयोजन हो सकेंगे। लखनऊ के गोमती नगर विस्तार में इकाना स्पोर्ट्स सिटी में देश में अपने किस्म का अनूठा अंतरराष्ट्रीय स्तर का फुटबाल स्टेडियम तैयार हो रहा है। इसके निर्माण का काम तेजी से जारी है। जिस गति से काम चल रहा है उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस वर्ष के अंत तक यह बनकर तैयार हो जाएगा। दाव.......

हरियाणा की मेजबानी में पंचकूला में होंगे नेशनल यूथ गेम्स

खेलपथ प्रतिनिधि चंडीगढ़। हरियाणा के खेल एवं युवा मामलों के राज्यमंत्री संदीप सिंह ने कहा कि ‘खेलो इंडिया-2021’ का पूरा आयोजन अगले साल के अंतिम महीनों में किया जाएगा। आगामी वर्ष होने वाले ओलंपिक खेलों के बाद इन खेलों का आयोजन पंचकूला में होगा। यह जानकारी खेल राज्यमंत्री ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी। उन्होंने कहा कि खेलों के लि.......

मध्य प्रदेश में खेल गतिविधियों की ऑन लाइन समीक्षा

प्रमुख सचिव खेल पंकज राग और खेल संचालक पवन कुमार जैन ने जिला खेल अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश खेलपथ प्रतिनिधि भोपाल। कोरोना महामारी के कारण प्रदेश की खेल गतिविधियों पर काफी असर पड़ा है। ऐसी परिस्थिति में जिला स्तर पर खेल गतिविधियों और खेल अधो-संरचनाओं की स्थिति जानकर खेलों और खिलाड़ियों के लिए आवश्यक कार.......

दिव्यांग क्रिकेटर धामी पत्थर तोड़कर कर रहे गुजारा

कई अंतरराष्ट्रीय प्रतिगिताओं में हिस्सा ले चुके हैं धामी खेलपथ संवाद पिथौरागढ़। उत्तराखंड के दिव्यांग क्रिकेटर राजेंद्र सिंह धामी मनरेगा में पत्थर तोड़कर परिवार का भरण-पोषण करने को मजबूर हैं। धामी दिव्यांग क्रिकेट टीम के कैप्टन भी रह चुके हैं। वे कई अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में भारत को जीत भी दिला चुके हैं। इसके बावजूद इस दिव्यांग क्रिकेटर को आज तक सरकार ने कोई मदद नहीं दी है। मूलरूप से दिव्यांग क्रिकेटर राजेंद्र धामी कनालीछीना विकासखं.......